रुपन्देही – प्रदेश सरकार, प्रदेश नं ५, भूमि ब्यवस्था, कृषि तथा सहकारी मन्त्रालयले स्थापना मितीदेखि हालसम्म सम्पन्न गरेका मूख्य कार्यक्रम तथा उपलब्धिहरुको विवरण र आगामी कार्य योजनाहरु
प्रदेशको समग्र परिचय तथा कृषि तथ्याकं
१२ जिल्ला १ सय ९ स्थानिय तह
४५.६ % प्रादेशिक कुल ग्राहस्त उत्पादन कृषि क्षेत्रले योगदान गर्ने
कुल खेती गरिएको जमिन : ४ लाख ४ हजार ५४१ हेक्टर
सिंचित क्षेत्र : ३९.६९ %
प्रदेश नं ५ धान र तेलहन उत्पादनमा ७ वटा प्रदेशमा पहिलो स्थानमा
प्रदेश नं ५ आलु र मकै उत्पादनमा ७ वटा प्रदेशमा चौथो स्थानमा
पशुपन्छीजन्य पदार्थको प्रतिव्यक्ति उपलब्धता
प्रतिव्यक्ति प्रतिवर्ष उपलब्धता | विश्व स्वास्थ्य संगठनको मापदण्ड अनुसार | प्रदेश नं ५ |
दुध | ९१ लि | ७० लि |
फुल | ४८ गोटा | ३३ गोटा |
मासु | १४ के.जि. | १३ के.जि. |
- बजेट तथा अख्तियारी सम्बन्धमा
मन्त्रालयको आ ब २०७५।७६ को कुल बजेट ४ अर्ब ७ करोड ५१ लाख ४७ हजार ।
हालसम्म बजेट खर्च प्रतिशत १७.३ ;
- संगठन संरचना तथा जनशक्ति ब्यवस्थापन (२५ वटा कार्यालय स्थापना तथा संचालन)
भूमि व्यवस्था कृषि तथा सहकारी मन्त्रालय, प्रदेश नं. ५ बुटवल, रुपन्देही
निर्देशनालयहरु (२)
सहकारी प्रशिक्षालय, नेपालगंज (१)
कृषि ज्ञान केन्द्र (८)
भेटेरिनरी अस्पताल तथा पशु सेवा विज्ञ केन्द्र (६)
तालिम केन्द्र/फार्म/प्रयोगशाला (८)
क्र.सं. | कार्यलयको नाम | कार्यक्षेत्र | संख्या | कुल दरबन्दी | कार्यरतक. संख्या | रिक्त संख्या |
१ | भूमि व्यवस्था कृषि तथा सहकारी मन्त्रालय, प्रदेश नं. ५ बुटवल, रुपन्देही | १२ जिल्ला | १ | 73 | 48 | 25 |
2 | निर्देशनालयहरु | |||||
2.1 | कृषि विकास निर्देशनालय, रुपन्देही | १२ जिल्ला | १ | ३८ | १८ | २० |
2.2 | पशुपन्छी तथा मत्स्य विकास निर्देशनालय, रुपन्देही | १२ जिल्ला | १ | २४ | १२ | १२ |
2.3 | सहकारी प्रशिक्षालय, नेपालगंज | १२ जिल्ला | १ | 13 | 3 | 10 |
3 | कृषि ज्ञान केन्द्र | १२जिल्ला | ८ | 126 | 79 | 47 |
3.1 | कृषि ज्ञान केन्द्र, कपिलवस्तु | कपिलवस्त | १ | १६ | १२ | ४ |
3.2 | कृषि ज्ञान केन्द्र, बाँके | बाँके, बर्दिया | १ | १७ | ११ | ६ |
3.3 | कृषि ज्ञान केन्द्र, नवलपरासी | ब.सु.पश्चिम नवलपरासी,
रुपन्देही |
१ | १७ | १३ | ४ |
3.4 | कृषि ज्ञान केन्द्र, पाल्पा | पाल्पा | १ | १५ | ९ | ६ |
3.5 | कृषि ज्ञान केन्द्र, गुल्मी | गुल्मी | १ | १५ | ८ | ७ |
3.6 | कृषि ज्ञान केन्द्र, अर्घाखाँची | अर्घाखाँची | १ | १५ | १० | ५ |
3.7 | कृषि ज्ञान केन्द्र, दाङ्ग | दाङ्ग, प्युठान | १ | १६ | १२ | ४ |
3.8 | कृषि ज्ञान केन्द्र, रोल्पा | रोल्पा, पूर्वी रुकुम | १ | १५ | ४ | ११ |
४ | भेटेरिनरी अस्पताल तथा पशु सेवा विज्ञ केन्द्र | १२ जिल्ला | ६ | 80 | 45 | 35 |
4.1 | भेटेरिनरी अस्पताल तथा पशु सेवा विज्ञ केन्द्र दाङ्ग | दाङ्ग, प्युठान | १ | 5 | 14 | 9 |
4.2 | भेटेरिनरी अस्पताल तथा पशु सेवा विज्ञ केन्द्र बाँके | बाँके, बर्दिया | १ | 5 | 14 | 9 |
4.3 | भेटेरिनरी अस्पताल तथा पशु सेवा विज्ञ केन्द्र कपिलवस्तु | कपिलवस्तु, अर्घाखाँची | १ | 6 | 15 | 9 |
4.4 | भेटेरिनरी अस्पताल तथा पशु सेवा विज्ञ केन्द्र रुपन्देही | नवलपरासी, रुपन्देही | १ | 6 | 15 | 9 |
4.5 | भेटेरिनरी अस्पताल तथा पशु सेवा विज्ञ केन्द्र पाल्पा | पाल्पा, गुल्मी | १ | 7 | 12 | 5 |
4.6 | भेटेरिनरी अस्पताल तथा पशु सेवा विज्ञ केन्द्र रोल्पा | रोल्पा, पूर्वी रुकुम | १ | 6 | 10 | 4 |
5 | तालिम केन्द्र/फार्म/प्रयोगशाला | १२ जिल्ला | ८ | ८९ | ३९ | ५० |
5.1 | कृषि व्यवसाय प्रवर्द्धन सहयोग तथा तालिम केन्द्र, बाँके | १२ जिल्ला | १ | 16 | 7 | 9 |
5.2 | कुखुरा विकास फर्म बाँके | १२ जिल्ला | १ | 10 | 5 | 5 |
5.3 | पशु सेवा तालिम केन्द्र, बाँके | १२ जिल्ला | १ | 12 | 3 | 9 |
5.4 | मत्स्य विकास केन्द्र शम्शेरगंज, बाँके | १२ जिल्ला | १ | 11 | 4 | 7 |
5.5 | वीउ विजन प्रयोगशाला, भैरहवा | ६ जिल्ला | १ | ११ | ५ | ६ |
5.6 | बीउ विजन प्रयोगशाला, बाँके | ६ जिल्ला | १ | ११ | ५ | ६ |
5.7 | बाली संरक्षण प्रयोशाला, बाँके | १२ जिल्ला | १ | 8 | 4 | 4 |
5.8 | माटो तथा मल परिक्षण प्रयोगशाला खजुरा बाँके | १२ जिल्ला | १ | 10 | 6 | 4 |
जम्मा | २६ | 443 | 244 | 199 |
- कानून निर्माणको अवस्था
विद्येक ६, कार्यविधि १८, निर्देशिका १५
प्रदेश सभा सचिवालयमा विद्येक दर्ता | |
· प्रदेश न ५ सहकारी सम्बन्धमा व्यवस्था गर्न बनेको विद्येक | |
· प्रदेश न ५ दाना पदार्थ सम्बन्धमा व्यवस्था गर्न बनेको विद्येक स्विकृत | |
· प्रदेश न ५ वीउ विजन सम्बन्धमा व्यवस्था गर्न बनेको विद्येक | |
· प्रदेश न ५ मल सम्बन्धमा व्यवस्था गर्न बनेको विद्येक | |
· प्रदेश न ५ पशु बद्यशाला तथा मासु जाँच सम्बन्धमा व्यवस्था गर्न बनेको विद्येक | |
· प्रदेश न ५ पशु स्वास्थ्य तथा पशुसेवा सम्बन्धमा व्यवस्था गर्न बनेको विद्येक | |
स्वीकृत भएका कार्यविधि तथा निर्देशिकाहरु | |
कृषि अनुदान कोष कार्यान्वयन कार्यविधि, 2075 | स्मार्ट कृषि गाँउ कार्यक्रम कार्यान्वयन कार्यविधि, 2075 |
पशुपंक्षी बजार प्रवर्द्धन कार्यक्रम कार्यान्वयन निर्देशिका २०७५ | कृषि यान्त्रिकरण अनुदान कार्यक्रम कार्यान्वयन कार्यविधि, 2075 |
आकस्मिक वाली संरक्षण कार्यक्रम कार्यान्वयन कार्यविधि, 2075 | शीत भण्डार निर्माण कार्यविधि, 2075 |
अनुदानमा मिल्कीङ्ग मेसिन वितरण कार्यक्रम कार्यान्वयन निर्देशिका २०७५ | बाली तथा पशुधन बिमाको प्रिमियम सम्बन्धी निर्देशिका, 2075 |
टि एम आर व्लक निर्माण/ साईलेज प्याकेजिङ्ग / तरलदुध प्याकेजिङग /व्याच पास्चुराईजर /ह्याचरी /अण्डाको क्रेट निर्माण /पेलेट दाना बनाउने मेशिन खरिदमा सहयोग निर्देशिका २०७५ | भूमिहीन किसानकालागि करार खेतिमा अनुदान उपलब्ध गराउने सम्बन्धी कार्यविधि, 2075 |
कृषि उपजबजार संचालन निर्देशिका, 2075 | स्थानिय तह तथा अन्य निकायको लागत सहभागितामा मागमा आधारित कृषि विकास कार्यक्रम सञ्चालन निर्देशिका – २०७५ |
प्राङ्गारिक मलमा अनुदान निर्देशिका, 2075 | भावी किसानका लागि सहयोग कार्यक्रम संचालन कार्यविधि 2075 |
मस्यौदा तयार भई स्विकृतिका चरणमा रहेका कार्यविधि तथा निर्देशिकाहरु | |
अदुवा, वेसार, कफि र मह उत्पादन प्रशोधनमा सहयोग कार्यक्रम कार्यान्वयन कार्यविधि, २०७५ | वीउभण्डारण भवन निर्माण निर्देशिका, 2075 |
उत्कृष्ट कृषकलार्इ सम्मान पुरस्कार कार्यक्रम कार्यान्वयन कार्यविधि,२०७५
|
सहकार्यमा चिलिङ्गभ्याट तथा मिल्क एनालार्इजर खरिद तथा वितरण निर्देशिका २०७५ |
बहुउपयोगी चिउरी, कल्की तथा नीमको विरुवा रोपण अभियान कार्यक्रम कार्यान्वयन कार्यविधि, २०७५ | प्रदेश सहकारी विकास कोष सञ्चालन निर्देशिका, 2075 |
च्याउको बीउ उत्पादन गर्ने व्यक्ति/ समूह/सहकारीलार्इ अनुदान कार्यक्रम कार्यान्वयन कार्यविधि, २०७५ | प्रदेश सहकारी संघ संस्था दर्ता निर्देशिका, 2075 |
पुष्प विकास कार्यक्रम सहयोग कार्यान्वयन कार्यविधि, २०७५ | प्रदेश सहकारी संघ संस्था एकिकरण कार्यविधि, 2075 |
गोब्रेच्याउ उत्पादनका लागि कम्पोष्ट कार्यविधि, 2075 | प्रदेश सहकारी संघ संस्था निर्वाचन कार्यविधि, 2075 |
प्राविधिकधारका विद्यालयलाई अनुदान कार्यक्रम कार्यान्वयन कार्यविधि,2075 | उन्नत घाँस वीउ भण्डारण भवन निर्माणमा सहयोग निर्देशिका २०७५ |
सिमान्तकृत विपन्न महिला मुक्त कमैया वर्ग लक्ष्यित पशु पालन ( भेडा बाख्रा बंगुर हाँस कुखुरा) कार्यक्रम कार्यान्वयन निर्देशिका २०७५ | मौरी विकास कार्यक्रम निर्देशिका, 2075 |
भूमिहीन किसानका लागि सुरक्षित आवास कार्यक्रम कार्यान्वयन कार्यविधि 2075 | पशुपंक्षी आनुवंशिक स्रोत स्रोत संरक्षण सम्बर्द्धन र उपयोग कार्यक्रम सञ्चालन निर्देशिका २०७५ |
नयां श्रोतकेन्द्र स्थापना कार्यक्रम संचालन कार्यविधि २०७५ |
- कार्यान्वयनका लागी सम्झौता प्रक्रियामा रहेका कार्यक्रमहरु
- कृषि अनुदान कोष तर्फका १८४ आयोजनाहरु स्वीकृत
कृषि व्यवसायलाई प्रोत्साहित गर्न र कृषि तथा पशुजन्य बस्तुहरुको उत्पादन बृद्धि गर्न कृषि अनुदान कोष अन्तर्गतको कार्यक्रम संचालनकालागी रु. १० करोड बराबरको १८४ जना अनुदानग्राहीको आवेदन स्विकृत गरिएको । साथै सम्झौता तथा कार्यक्रम कार्यान्वयन प्रकृया अगाडी बढेको छ।
- पशुपंछि विकास कार्यक्रम तर्फ ३१ आयोजनाहरु स्वीकृत
- २ पशु बधशाला
- ३ पशु हाटबजार स्थापना/सुदृढीकरण आयोजनाहरु
- ४ नमूनामिटमार्ट स्थापना सहयोग
- १० वटा मिल्क ट्याङ्कर सहयोग
- व्यवसायिक फर्म तथा सहकारीकालागि सहकार्यमा दाना तथा अन्य पशुजन्य पदार्थ ढुवानीका लागि १२ वटा पिकअप खरिद कार्यक्रम स्विकृत भइ सम्झौता कार्य अगाडी बढाउने तयारीमा ।
- स्मार्ट कृषि गाँउ कार्यक्रम सञ्चालन
कुल बिनियोजित रकम रु २६ करोड रहेकोमा प्रदेशका ५२ वटा निर्वाचन क्षेत्रमा ५२ वटा स्मार्ट गाउँ छनौट भई स्विकृत भैसकेको।आधारभूत सर्वेक्षणको तयारी सुरु गरिएको।कार्यक्रम कार्ययोजना तयारी, समिति गठन कार्य सम्पन्न गरी कार्यक्रम कार्यान्वयनको क्रममा रहेको।
- शीत भण्डार निर्माण कार्यक्रम
रु. ५० करोड बिनियोजित रकमबाट शीत भण्डार निर्माण कार्यक्रम सम्पन्न गर्नकालागी सुचना प्रकाशन कार्य सम्पन्न भइ ५९ वटा प्रस्तावहरु संकलन भएको। फिल्ड प्रमाणिकरणको कार्य चलिरहेको।
- प्रादेशिक कृषि बजार सुधार कार्यक्रम
मिति २०७५/११/१० गते सुचना जारी गरिएको। प्रस्तावन संकलनको क्रममा रहेको।कुल बिनियोजित रकम रु १० करोड ।
- भूमिहिन किसानलाई करार खेतीमा अनुदान
रु. १० करोड बिनियोजित रकमबाट भूमिहिन किसानकालागी करार खेतीमा अनुदान दिइ कृषि उत्पादन बृद्धि र गरिबि निवारणमा टेवा पुर्याउनका लागी कार्यविधि तयार गरी मन्त्रीपरिषदबाट स्विकृत भइसकेको । तेश्रो पटक सुचना माग गर्दा ९९ वटा प्रस्ताव संकलन गरिएको र प्रथम चरणका लागी प्रमाणिकरण भई २२ वटा प्रस्तावहरु स्विकृत गरी सम्झौता तथा कार्यन्वयनका लागी तयार गरिएको।
- कृषि यान्त्रिकरण कार्यक्रम
कृषि यान्त्रिकरण मार्फत उत्पादन लागत घटाई प्रतिश्प्रर्धा क्षमता विकास तथा कृषिको आधुनिकिकरणका लागी कृषि यन्त्रहरु अनुदानमा उपलब्ध गराउनका लागी रु ३० करोड बिनियोजन रकमका लागी मिति 2075/11/19 गते सुचना जारी गरिएको। प्रस्तावन संकलनको क्रममा रहेको।
- स्थानिय तह तथा अन्य निकायको लागत साझेदारीमा कृषि कार्यक्रम
स्थानिय तहहरुको प्रस्तावना माग गरी ७५ वटा स्थानिय तहबाट पेश भएका कार्यक्रमहरु स्विकृत भइ ४५ वटासंग सम्झौता गरी कार्य अघि बढेको ।
कृषि तथा पशुपंछि विकासका लागी शुरु गरिएका मूख्य सहयोगी कार्यक्रमहरु
क्र सं | कार्यक्रम | बिनियोजित बजेट रु | हालसम्मको प्रगती |
१ | कृषि विषय पढेका युवा पिढीलाई कृषि पेशामा आकर्षित गर्न “भावी किसानका लागी सहयोगी कार्यक्रम” सञ्चालन | रु १० लाख | कार्यविधि स्वीकृत गरी पक्लिहवा कृषि क्याम्पसमा गोष्ठी सम्पन्न भएको।च्याउको वीउ/टिस्युकल्चर/जैविक विषादी आदि विषय सहकार्यमा गर्न विद्यार्थी परिचालन।२०७५।११।०५ गते सुचना प्रकाशनका गरिएको र प्रस्तावना छनौट कार्य गरिदै। |
२ | सहकारी मार्फत तरकारी संकलन केन्द्रका लागी ढुवानीको लागि गाडी खरिदमा अनुदान | रु. ४ करोड ९६ लाख | कृषि बजार प्रवर्द्धनका लागी मिति २०७५/११/२८ गते सुचना जारी गरिएको। प्रस्तावन संकलनको क्रममा रहेको। |
३ | स्थानिय तह तथा अन्य निकायको लागत साझेदारीमा कृषि कार्यक्रम | रु २० करोड | प्रस्तावना माग गरी ७५ वटा स्थानिय तहबाट पेश भएका कार्यक्रमहरु स्विकृत भइ ४५ वटासंग सम्झौता गरी कार्य अघि बढेको । |
४ | कृषि प्राविधिकधारका विद्यालयमा सहयोग कार्यक्रम | रु. ३ करोड ६० लाख | कार्यविधि स्विकृतिका लागी अन्तिम चरणमा रहेको। प्रत्येक जिल्लाका १२ प्राविधिकधारका विद्यालयमा सहयोग कार्यक्रम संचालन गरिने । |
५ | सहकारी बजार स्थापना कार्यक्रम | रु. ६ करोड | कार्यविधि स्विकृतिका लागी अन्तिम चरणमा रहेको। सहकारीहरुलाई सूचना प्रकाशन गरी आशय तथा मोडालिटि माग गरिएको। १२ जिल्लामा १।१ वटा बजार स्थापना गर्ने तयारी रहेको । |
६ | गुठीको जग्गा अभिलेखाकंन गरी संरक्षण र सही उपयोग गर्नको लागि संस्थागत संरचनाको व्यवस्था गरि गुठी जग्गाको व्यवस्थापन गर्न | रु. २ करोड ८० लाख | स्थलगत प्रश्नावली तयार गरी गुठी र गुठीयारहरुको अवस्था समाधानका उपायहरु पत्ता लगाउन सम्बन्धित जिल्लामा तथ्यांक संकलन तथा बिश्लेषण गरी प्रतिवेदन तयार गरिएको।स्वर्गद्वारी गुठीको अनुगमन गरी कार्य संचालनका लागी ईष्टिमेट माग गरिएको। |
७ | उन्नत घाँसको विउविजन भण्डारण निर्माण, चिलिङ्ग भ्याट, दुध प्याकेजिङ्ग, मिल्क एनालाइजर, पास्चराइजर, मिल्किङ मेशिन, टि एम आर व्लक निर्माण र खरिदमा अनुदान सहयोग | रु. ६ करोड २४ लाख | पशुपन्छी तथा मत्स्य विकास निर्देशनालयमा अख्तियारी पठाइ तहांबाट सुचना प्रकाशन कार्य सम्पन्न भएको ।प्राप्त आवेदनहरुको फिल्ड प्रमाणिकरण कार्य भइरहेको । |
८ | नयां श्रोतकेन्द्र स्थापना कार्यक्रम
बाख्रा, मौरी, फलफुल, पुष्प र मसलाबाली |
रु ५ करोड | जग्गा प्राप्तीको कार्य शुरु गरिएको । कार्यविधि स्विकृतिका लागी अन्तिम चरणमा रहेको। |
९ | गरिवीको रेखामुनि रहेका जनताको लागि वस्तुगत सहयोग (अती गरिब जिल्ला ४ जिल्ला) | रु ४ करोड ५० लाख | गरिबीको रेखामूनी रहेका जनताका लागी क्षमता विकास तथा बस्तुगत सहयोग गरी गरिबी निवारणमा टेवा पुर्याउने ।लक्षित वर्ग पहिचान तथा कार्यविधि स्वीकृत भइसकेको । |
१० | भूमिहिन नागरिकका लागि सुरक्षित आवास कार्यक्रम | रु ४ करोड ५० लाख | चिडिमारका लागी स्थलगत अनुगमन कार्य भएको । कार्यविधि तयार हुने अवस्थामा रहेको। |
शुसासन तथा नयां अभियान
- सबै आवेदकहरुको बारी तथा गोठसम्म स्थलगत अनुगमन
- अनुदानको दोहोरोपना तथा दुरुपयोग रोक्नका लागी आवेदन स्विकृति पश्चात ७ दिनको उजुरी समय
- कार्य सम्पन्न पश्चात मात्र रकम भूक्तानी Postpaid system
- अनुदान प्राप्त किसानहरुबाट समिक्षा तथा विभिन्न गोष्ठिहरुमा प्रस्तुती गुनुपर्ने ब्यवस्था ।
- सबै अनुदानग्रहीहरुको प्रोफाइल तयार गर्ने कार्य शुरु ।
प्रदेश सरकारको पहिलो आवधिक योजनाका लागी आधारपत्र तयार
पहिलो आवधिक योजना निर्माणकार्य अन्तिम चरणमा रहेको । कृषि पशुपंछि मत्स्य सहकारी तथा गुठी ब्यस्थापन सम्बन्धमा ५ बर्षे लक्ष्य रणनिति कार्यनीति तथा सुचक सहितका कार्यक्रमहरुको तयारी अन्तीम चरणमा रहेको ।
लक्ष्य:
कृषिलाइ प्रतिस्पर्धी, व्यवसायिक र सम्मानजनक पेशाको रुपमा रुपान्तरण गर्दै प्रदेशको अर्थतन्त्रमा उल्लेख्य योगदान
- खाद्यान्न बालीहरुको वार्षिक वीउ प्रतिस्थापन दर (SRR) हालको औषत १४ % बाट २०% मा पुर्याउने लक्ष्य
- खाद्यान्न बालीमा प्रदेश आत्मनिर्भर भइ निर्यात गरिने ।
- दलहनको आयातकमि हुने छ भने मसुरोको निर्यात ३०%ले बढाउने
- तरकारी तथा फलफुलको आयात घटाउने ।
- मसलामा विशेस गरी अदुवा र बेसारको १५%ले निर्यात बढाउने र अन्य मसलाको आयात क्रमश घटाउदै लगिने ।
- ३ बर्षमा दुध, मासु, माछा र अण्डा उत्पादनमा प्रदेशको आवश्यक्ता आन्तरिक श्रोतबाटै परिपुर्ति गर्ने ।
- प्रतिफलमा आधारित अनुदान तथा सुलभ कर्जा र ब्याजमा अनुदान कार्यक्रम क्रमश लागु गर्दै लगिने ।
- करार खेती तर्फ कृषकलाइ आकर्षित गर्दै बृहत उत्पादन क्षेत्र विकास गरिदै लगिने ।
- प्रशोधन र बजारीकरणका कार्यक्रमलाइ मूख्य प्रथामिकता
- सहकारीलाइ कृषि विकासको खम्बाको रुपमा विकास गर्दै सामुहिक र सहकारी मार्फत गरिने कृषिलाई प्रोत्साहन गरिने ।
- सहकारी विकास कोष स्थापन तथा परिचालन गरिने ।
मूख्य चुनौतीहरु
- कार्यालयहरुको उपलब्धता तथा कृषकको सेवामा पहुंच
- जनशक्तिको अभाव तथा स्थानिय स्तरमा उपलब्ध जनशक्तिको संख्या तथा क्षमता विकास
- संघिय तथा स्थानिय तहहरुबिचको समन्वय र सहकार्य
- भूउपयोग तथा खण्डिकरण
- असिंचित